Feelings of a common man during Lockdown - लॉकडाउन में हाल-ए-दिल का बयाँ
लॉकडाउन
हालात यूं ही बिगड़ते रहे और लोग निराश हो गए।
किसी ने तो संभाल लिया खुद को तो कुछ हताश हो गए।
किसी ने कुछ पाया तो किसी ने बहुत कुछ खो दिया,
यहां गरिबों के भूखे बच्चे हार मान कर उदास हो गए।।
~मोHit अय्यर
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