April 2020

अब बहुत हो चुकी अच्छाई,अब खूबियां मैं अपनी दिखाऊंगा।फिर लौटूंगा एक नए आदाज़ में,सब देखेंगे मुझको, एक नया जहान बनाऊंगा।।~puनीत पाthak

मै करता था प्यार उसको,लेकिन उसे ये बता ना पाया..वो अती थी मेरे सामने रोज,लेकिन यह प्यार जता ना पाया..वो जाती थी मेरे सामने रोज,लेकिन उसे कभी सुना ना पाया..आया एक दिन शादी का कार्डमेरे घर पर लेकिन,ना क...Read more »

बीते हुए वक़्तों ने पैरों के निशा छोड़े हैं क्या?आने वाले वक़्तों से तूने ख़्वाब जोड़े हैं क्या?क्यों फ़िक्र में हैं तू , आज और कल की!घर बनाने वाले हाथों ने दिल तोड़े है क्या?~मोhit✍️✍️

ये सियासत हैं कोईघर का आंगन नहीं हैये मैदान हैं युद्ध का,मां का आँचल नहीं हैंकैसे महफूज़ रहेगाकोई नादां इस दलदल मेंये छलावा है क़ुदरत का,बारीश का बादल नहीं हैंबड़ी खूबसूरत दिखाई देती हैदूर से ये दुनियां...Read more »

इतना वक्त नही अब, की दुनिया की खोज-खबर रखूं।किस-किस से मिलू जाकर, किस-किस की खबर रखूं।।जो भूल गये मुझको, उन्हें मैंने भी भूलाया है।क्यों भूल गए, क्या बात हुई, क्यों मैं इन सबकी खबर रखूं।।हर दूसरा शक़्स...Read more »

लोगो मनसूबे बदल जाते हैं, उनके अल्फ़ाज़ तक बदल जाते है,ये कलयुग है जनाब यहाँ इक पल में,लोगो के जज्बात के साथ-साथ लोग तक बदल जाते है।।~मोhitTags :#apnishayari #akelapan #sadshayaris #meribaate ...Read more »

जब-जब तुम दुनिया से अलग रहें, मानो तुम गलत रहें,इन शब्दों को गलत लिखकर, मैं सबकी हथेली में छाप दूंगा।इन नाकामियों से कहो अपनी हद में रहे, मैं शायर हूँ अपनी कलम से एक-एक को माप दूंगा।।✍✍~मोhitTags...Read more »

रास्ते जो भी चमक-दार नज़र आतें हैं,सब दिखावें के तारे नज़र आते हैं।कोई पागल ही मुझे मोहब्बत से नवाज़ेगा,आप तो ख़ैर मुझे समझदार नज़र आतें हैं।।हाँ! ज़ख़्म भरने लगे हैं पिछली मुलाक़ातों के,शायद फिर मुला...Read more »

काम अधूरा पड़ा है ख़्वाबों का आज फिर नींद ग़ैर-हाज़िर है।लाज रख ली तेरी यादों ने,वरना 'मोहित' भी कोई शायर है।।~मोhitTags : #poet #poetry #writer #poetrycommunity #poems #writing #writer...Read more »

बहुत पहुँचा हुआ मुसाफ़िर मैं भी हूँ,दिल भटकने में माहिर मैं भी हूँ।कौन-कौन करेगा 'मोहित' इश्क़ से मुझको,ग़र तू काफ़िर है तो ढीट मैं भी हूँ।।~मोhit✍✍

ख़ुद से भी खुलकर नही मिलता 'मोहित',तुम क्या ख़ाक जानते हो हमें।।बातें तो बड़ी अच्छी करते हो,बस इतना ही पहचानते हो हमें।।~मोhit

अभी तो बस याद आए हो,बाद में तुम्हारी आस लगेगी।न मिला तो दिल रोएगा,क्या मुझको रोने की छूट मिलेगी?आज तो पत्थर बाँध लिया है,लेकिन कल फिर भूक लगेगी।एक दिन ऐसे भूलूँगा दुनिया को,की दुनिया मुझ को याद करेगी।...Read more »

भुलूँगा नही तुमको कभी, महफ़ूज़ है अंदर सारी यादें तुम्हारी,तुम मुझे भूल गयी तो क्या, मुझे तो याद है न सारी बातें तुम्हारी।।✍✍~मोhit

तुम क्या जनों..जब दिल उदास होता हैं,दर्द कुछ खास होता हैं,हर सोच,हर याद,हर बात,हर पल,बड़ा बे-आस होता हैं,बस एक आवाज़ सी होती हैं,वो भी बे-साज़ सी होती हैं,न कोई अपना-सा लगता हैं,सब एक सपना-सा लगता हैं,ये...Read more »

आज भी घाट किनारे वोही पहरा रहा,मैं कितनी सदियों बाद आया मगर प्यासा ही रहा।किसको फुरसत थी कि एक पल मेरी भी तरफ़ देखे कोई,मैं जहाँ भी था, जैसे भी था, तन्हा रहा।।✍✍~मोhitNew collection of Poetry about Lon...Read more »

एक जंगल सा है, जिसका रास्ता नही मिलता हैं,वक़्त हैं, अभी से घर लौट चलो अभी उजाला हैं।रोज़ कहीं ठहर सा गया हूँ मैं,की हाथों में दिया तो हैं मगर अंधेरा हैं।।✍✍~मोhit

निगाहें मेरी मुंतज़िर हैं, वो पूछती हैं जुस्तुज़ू क्या हैं, हक़ीक़त ये हैं कि मुझे भी नही मालूम कि मेरी आरज़ू क्या हैं। बदलतीं जा रही हैं करवटों पे करवटे दुनिया, तज़ुर्बे पूछती हैं मुझसे की मेरी आयु ...Read more »

दिल दुःखा हैं और दर्द हुआ हैं मुझे भी,मगर आह! तक नही करते,जिनके लिए शायरी करते है, वो देखते तो हैं,मगर वाह! तक नही करते।।✍✍~मोhit

देखो न ज़िन्दगी मेरी कितनी सिमट गई,भागते थे जिसके पीछे बच्चों की तरह,और वो पतंग की तरह कट गई।जिस जगह हम रखें थे उसको,उस जगह से वो हट गई,और एक रोज़ वो रोना चाहती थी,आके वो फिर मुझसे लिपट गई।।✍✍~मोhit

मैंने खुद अकेले रहने की सज़ा कुबूल की हैं,ये मेरा प्यार हैं या मैंने कोई भूल की हैं।ख़्याल आया है तो रास्ता भी बदल लेंगे,अभी तलक़ तो मैंने अपनी बहुत ज़िंदगी फ़िज़ूल की हैं।।ख़ुदा करे कि मैं ज़मी का ही हो जाऊं...Read more »

सफ़र क्या, क्या मंज़िल की अब कुछ याद नही,लोग रुख़सत हुए कब कुछ याद नही।दिल में हर वक़्त होती हैं कुछ चुंबन,थी मुझे भी किसी की तलब कुछ याद नही।।वो चाँद थी, या सितारा या कोई फूल,या एक सूरत थी अज़ब कुछ याद नह...Read more »

हर वक़्त माँग में रहने के लिए,कुछ तो हुनर जरूरी हैं जीने के लिए।मैंने कई देखें हैं जो मर्द की तरह रहते थे,अब कठपुतली बन गए दरबार मे रहने के लिए।।ऐसी मजबूरी तो नही है, की पैदल चालु मैं,ख़ुद को गर्माता हू...Read more »

जमाना उच्चे लोगो का ही साथ देखता हैं,ज़मी पे बैठकर ही आसमाँ देखता हैं।भागोगे जितना उतना गिरने की संभावनाएं होंगी,संभलकर चलो तुमको सारा जहान देखता हैं।।~मोhit

कहें भी तो कहें किसको, की हमारा खो गया क्या?किसी को क्या की हमको, ये हो गया क्या?खुली आँखों से अब नज़र आता नही कुछ,सबसे पूछता फिरता हूँ, कि वो गया क्या?देखो देखो, राहो की उदासी कुछ कह रही है,रास्ते मे ...Read more »

हर दिन की तरह वो दिन भी निकल ही जायेगा,सबको देर ही सही पर मेरी मौत का पैगाम मिल ही जायेगा।थक जायेंगी धड़कने मेरी भी चलते-चलते,रूकेंगी साँसे तो शायद मुझे भी आराम मिल ही जायेगा।।~मोhit✍🏻✍🏻

ख़बर सुनकर मेरी मौत की, लोग बोलें मत जलाओ इसे शमसान में,बहुत सी ख़ामियाँ और कुछ ख़ूबियाँ थी इस इंसान में।।~मोhit✍🏻✍🏻

मुझपर भी है हज़ारो इल्ज़ाम, मुझसे दूर रहो,तुम हो जाओगे मेरी ही तरह बदनाम, मुझसे दूर रहो।तुम ऊगता सूरज, तुम ही तो आने वाला कल हो,मैं हूँ एक ढलता हुआ शाम, मुझसे दूर रहो।।सब ही जानते है अभिनेताओं का नाम,ढू...Read more »

पलट कर आऊँगा मैं शाखों पर खुशबू लेकर,खिजाँ की ज़द में हूँ,मौसम थोड़ा बदलने तो दो।वही रुतबा फिर से वही जलाल होगा,अभी वक़्त बुरा है, इसे ज़रा गुज़रने तो दो।।~मोhit

कहने की कोई ज़रूरत नहीं तुम्हे,'मोहित' ख़्वामोशियो को बखूबी पढ़ता हैं।ये इश्क़, मोहब्बत की बाते,इशारों इशारों में करता हैं।।~मोhit

सरहाना करता हूँ मैं, आपके जज़्बे का,पूरा ज़माना ख़रीदना, ये बात किसी से कम नहीं...पर आप बात कर रही है पूरे ज़माने की, पर अफ़सोस ये की उस ज़माने से हम नहीं...~मोhit

ये मक़सद नहीं मेरा की एक शहर को अपना बनाऊँ, चाहत तो बस इतनी सी है,कि ख़रीदने ग़र मक़ान जाऊँ, तो पूरा ज़माना ही ख़रीद लाऊँ !!~मोhit

ज़माने में रहकर ,ज़माने की बात करता हुँ,ख्वाबों में नहीं रहता,हक़ की बात करता हुँ।ज़माने की इन रस्मों से परे है क़िरदार मेरा,मैं मुश्किल सफ़र में हंसी की बात करता हूँ।।~मोhit

रास्तों को नई मंज़िलों से मिलाया है मैंने,ज़िंदगी के उल्फतो को अज्जियत से मिलाया है मैंने।पतवार को डुबाकर, नाव को चलाया हैं मैंने,इस किनारे को उस किनारे से मिलाया है मैंने।।अंधेर नगरी को रौशनी से जलाया ...Read more »

तेरी गली का सफर,याद है मुझे आज भी,मैं कोई वैज्ञानिक तो नहीं था,पर मेरी ये खोज लाजवाब थी।~मोhitTags :#lovequotesandsayings #lovequotes #love #loveyourself #poetry #loveyou #life #quoteoftheday #co...Read more »

दिन तो कट जाता है शहर की रौनक में....तुम बहुत याद आती हो शाम ढल जाने के बाद....~मोhitTags :#love #shayarilover #loveshayari #shayaris #shayar #twolineshayari #linespoetry #shayrilover #sadshayri ...Read more »

एक शहर को अपना बनाऊँ, ये मक़सद नहीं...चाहत तो बस इतनी सी है !!कि ख़रीदने ग़र मक़ान जाऊँ,तो पूरा ज़माना ही ख़रीद लाऊँ !!~मोhitTags :#desire #love #passion #motivation #life #success #mindset #goal...Read more »

फूलों सा बदन और पत्थर सा दिल रखती हैं,होठों पर मुस्कान और निगाहों में खंज़र रखती हैं।।बचकर रहना 'मोहित',बड़ी क़ातिल अदा है उसकी,बुलाती है क़रीब और गले पर तलवार रखती हैं।।~मोhitTags :#apnishayari ...Read more »

ना करो चाह , इश्क़-ए-हक़ीक़ की ज़माने का ये दस्तुर बदल गया हैं।मिलेगी इश्क़-ए-मिज़ाजी तुम्हें आशिक़ों का मिज़ाज बदल गया हैं।।~मोhit

डूब कर बाहर निकल जाऊंऐसी दिल्लगी मैं नहीं करतानिकल जाए चाहे जान भीपर अपने क़दम पीछे नहीं करता~मोhit

आंसू की बूंद ठहर गई आंखों मेंमैं सारी रात जागा हुँ तेरी यादों में~मोhitTags :#love #shayarilover #loveshayari #shayaris #shayar #twolineshayari #linespoetry #shayrilover #sadshayri #poetryadda #l...Read more »

कसूर उनका नहीं.,जो मुझसे दूरियाँ बना लेते हैं..!रिवाज हैं जमाने में..,पढ़ी हुई किताबें ना पढ़ने की..!#मोhit

मैं ग़ज़ल हूँ, गीत कैसे बनूँ?जो तुम्हें चाहिये, वो मीत कैसे बनूँ?ठहरी हुई हैं एक खामोशी मेरे मन मे!तेरे जीवन का संगीत कैसे बनूँ?तुम सावन हो, मैं जून का ताप हूँ,तुम जीवन हो, मैं बस संताप हूँ,मैं स्वयं हा...Read more »

तेरे होने से डरता नही हूँ,तेरे न होने से डर लगता हैं।तेरी ममता ही कुछ ऐसी है "माँ",की हर इंसान तेरे बिना रह ही नही सकता हैं।।~मोhit

मोहब्बत तो करूँगा, पर बयां नहीं करूंगा,अब किसी से मोहब्बत की बात नहीं करूंगा।।बेवज़ह लोग ग़लत समझ लेते हैं मुझे,अब दिल, दर्द और इश्क़ की बात नहीं करूंगा।।~मोhit✍✍

यादें है कुछ तुम्हारी, जो मेरी शायरियों में क़ैद हैं,वरना अपने दिल और दिमाग से कबका हटा दी मैंने, कसम से।।~मोhit

यहाँ हर एक दिल व्यथित हैं,यहाँ सबकी अपनी एक कहानी हैं।यहाँ हर कोई श्याम हैं,यहाँ हर मीरा दीवानी हैं।।इस अज़ब-गज़ब सी दुनियां में,मीरा का नटवर नागर है,नागर की राधा रानी है।।यहाँ हर एक दिल व्यथित हैं,यहाँ...Read more »

खेल जिंदगी के सारे देख सकू, ऐसी एक निगाह दे,भटक रहा हु दर-ब-दर, ए खुदा अब एक पनाह दे..!!#मोhit

मेरी ज़िन्दगी कुछ नही अब, एक सवाल बन गयी,उतारा क़लम से मैंने जब कागज़ में तो, एक किताब बन गयी।समझना तो चाहा कइयों ने मगर समझ न आई,मुदातो बाद फिर पढ़ा तो, कइयों का ज़वाब बन गयी।।~मोhit

●●● कोरोना ●●● शहर और उसकी गलियों में, ख़ामोशी का मातम छाया है; हर शख्स अपना होकर भी, आज न जाने क्यों पराया है..!! नन्हा सा वायरस जो चीन के, वुहान शहर से आया है; पूरी धरती पे उसने, न जाने कि...Read more »

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