May 2020

एक स्त्री चाहिएजिसके समक्षमैं सिर्फ तन से नहींमन से भी नग्न हो सकूँउतार फेंकूँ सारे मुखौटेभूला सकूँ पुरुष होने का दम्भरो सकूँ जार जारजिसे कह सकूँपुरुष हूँ मगरपीड़ा अनुभव करता हूँचाहता हूँ बिल्कुल माँ क...Read more »

तज़ुर्बाकोई आये या जाए, कोई  बात  नही,तज़ुर्बा है, ये कोई आम बात नही।फ़कत ग़रीबी से  ही  आता  है  तज़ुर्बा,गरीबी में रहना किसी के बस की बात नही।।जहां में हर एक  बन्दा खुद...Read more »

समय का चक्र तो चलता ही रहेगासमय का चक्र तो चलता ही रहेगा,वक़्त तो यूँ बदलता ही रहेगा।कभी खुशी तो कभी ग़म रहेगा ,ये सब तो यूँ चलता ही रहेगा।।मिलना-बिछड़ना तो लगा ही रहेगा,सदा हस्ते रहो अच्छा रहेगा।भाग्य त...Read more »

अब यूँ फिर कभी मुलाकात न होगीशायद, अब यूँ फिर कभी मुलाकात न होगी,सोचा न था कभी कि फिर बात न होगी।तेरा मुस्कुराना और घबराके दांतों से लबो का दबाना,याद है मुझे सब लेकिन अब फिर वो रात न होगी।।माना दुविधा...Read more »

मैं अपने ही अंदर धीरे-धीरे मार रहा हूँबुझे हुए दिए मैं जला रहा हूँ,अपने ही ख़्वाबों से ख़ौफ़ खा रहा हूँ।बादलो ने रोका है रास्ता रोशनी का शायद,इसीलिए मैं अँधेरों से दोस्ती निभा रहा हूँ।।प्यास है दो बूंद ह...Read more »

मुझे अच्छा तो नही लगतासबकुछ तू छोड़ के आ जाये, ऐसा मुझे तो नही लगता।मैं तुझे अच्छा तो लगता हूँ, मगर इश्क़ हो इतना तो नही लगता।।तुझे यूँही कोई भी अच्छा लगे,मुझे अच्छा तो नही लगता।तेरा चुना अच्छा न जाने क...Read more »

यदि प्रेम न होता तो कैसा होतान मिलतीं समन्दर को पागल सी नदियाँऔर न ही ये चाँद इतना दमकतान ही ये बादल मटक कर यूँ आतेतय करते मीलों का सफ़रधरा को प्रेम रस में भिगोने को ये हवायें डाकिया न होती ...Read more »

अगर आप सीधे हैं दिल से साफ हैंआप प्यार देना जानते हैंतो यकीन मानिए आपकी मोहब्बतहर कोई पाना चाहेगा पर कोईइसकी कदर नहीं करेगावो आपको अपने पासरखेगा जरूर पर हमेशाएक सुरक्षित अंतिम विकल्प के तौर पर, आ...Read more »

मेरी जिंदगी मे तुम्हारा होना एक फेज थाजो गुजर गया और तुम्हारे ये न होने वालाजो मेरी जिंदगी का फेज है बहुत कठिन हैमतलब कट ही नहीं रहा लेकिन वक्त हैवो दौर भी बीत गया जब तुम साथ थीतो ये दौर भी बीत जाएगा ...Read more »

गुजरते वक़्त का हवाला दिया न करो।मुझें तुम झूठा दिलासा दिया न करो।।किया जो भी मैंने बड़े ईमान से किया।बदले में तुम मुझें धोखा दिया न करो।।मिलने आओ तो अपनी खुशी से आना।वस्ल में फ़रेब की खुशबु दिया न करो।।...Read more »

हर दर्द जिसका मुझे मंजूर था,वो शख्स मुझसे कोसों दूर था।डूब चुका था मैं उसके चाह में,पर वो तो किसी और के ही नशे में चूर था।।हर जगह, हर पल इंतज़ार किया उसका,पर वो तो किसी और के ही बाहों में मसरूफ़ था।ढूंढ...Read more »

फ़िर वही शाम आंखों के सामने,तारों से सजी बारात लिये।इक चांद भी चरखे कि तरह,बेगाने रथ में जैसे है लगे,वो धुंधली सी किरणे,मेरी परछाई के दिखते हैं,मैं ढूंढ रहा हुुँ खुद को,इस अंधेरे से रस्ते में,फ़िर वही...Read more »

आज दिल मे है, कल नज़र से उतर जायेंगे,आज जी रहे है, कल दुनियां से निकल जायेंगे।सच तो बताना जरूरी है, कलम की नोंक से,यूँ दब कर रहेंगे 'मोहित', तो घुटन से मर जाएंगे।।✍🏻✍🏻~मोHit_Iyer

सब हो जाएगा सही, पर आज हो, ये ज़रूरी तो नहींसब हो जाएगा सही,पर आज हो, ये ज़रूरी तो नहीं।चिड़ियों की वो चहचहाहट,काले बादलों कि गड़गड़ाहट,मोर का वो पंख फैलाकर नाचना,होगा सब फिर से वही,पर आज हो, ये ज़रूर...Read more »

क्या उम्र भर रखूँ उसे, जो रात भर नहीं रहा।वो सर-ब-सर नहीं रहा,मेरा जीवन बसर नहीं रहा।वो भी तो ज़िंदा है अभी,मैं भी तो मर नहीं रहा।।सबको तो मरना ही है एक दिन, कोई भी अमर नहीं रहा।।ये भी सच है की मै...Read more »

कभी मैंने पूछा नही, आज मगर बता दो न माँकभी मैंने पूछा नही, आज मगर बता दो न माँ,अपने सपनों को खुल-कर जता दो न माँ,छोड़ो कल और आज की फ़िक्र,ग़म सारे अपने आज हटा दो न माँ।।कभी मैंने पूछा नही, आज मगर बता दो ...Read more »

क्यों मैं हरपल रोता ही रहा हूँ।।बुझ गए सारे दियें, अब हो गया अंधेरा, साथी न दोस्त, अब कोई नही है मेरा, आख़िर किसके लिए मैं जीता ही रहा हूँ, क्यों मैं सब-कुछ खोता ही रहा हूँ,क्यों मैं हरपल रोता ही रहा ह...Read more »

खुलने न दी मंदिर-मस्ज़िद,बंद पड़ा हैं पाठशाला।सरकारों को खूब भा रही,धन बरसाती मधुशाला।।सोशल-डिस्टनसिंग की रेड़ मर चुकी,लॉकडाउन को पूरा धो डाला।शराबियों के व्याकुल हृदय पर,रस बरसाती मधुशाला।।नही मिल रहा र...Read more »

Shayari on Drunkard'sरख लेंगें 2-4 बोतल कफ़न में,खुद तो मरेंगे ही दूसरों को भी मारेंगे।जब माँगेगा खुदा हिसाब गुनाहों का,एक पेग उसको भी लगवा देंगे।।#बेवड़े_भारत_की_शान~मोHit Iyer✍🏻✍🏻

मुझसे नहीं कटती अबये उदास रातें!!बेखुदी मे कल सूरज से कहूँगा,मुझे साथ लेकर डूबे...~मोhit

ये फिजाओ में केसा सन्नाटा पसर गया।इश्क़ का जो भुत था, शायद उतर गया।।4 दिन साथ रहा वो मेरे भी हमदर्द की तरह। फिर वो अपने घर गया, मैं अपने घर गया।।~मोHit Iyer

Maut Sad Shayari in Hindiए ज़िंदगी दर्द थोडे कम दिया कर,लगता है कभी मौत ही दस्तक दे जाएगी।या फ़िर सीख कुछ मौत से,एक दर्द में तुझे मुझसे ही छीन ले जाएगी।।~मोhit

तुम निगाहें मेरे कपड़ों के भीतर डालो, उससे पहले सुनना, वहां भीतर एक दिल धड़कता है।जिसे हवस नहीं, बस इश्क़ की तिश्नगी है।~मोHit Iyer

आज वही खाली इंतजार है तुम्हारावो काश वाला इंतजारजो कभी पूरा नही हो पाताबस छोड़ जाता है तो ढेर सारा दर्द और सन्नाटाकहने को तो बहुत कुछ हैलेकिन अब कहेंगे नहींऔर जब तक तुमको हमारी खामोशी महसूस होगीतब तक ...Read more »

वक़्त कब ले करवट ये कौन जानता हैं?खामोशी का पहनकर नक़ाब आये कोई कौन जानता है?यूँ ही किसी पे भरोसा न किया करो मेरे दोस्त 'मोहित'!किस-किस के आस्तीन में छुपे हो नाग कौन जानता हैं?~मोHit Iyer

चंद बूंदे गिरी ज़मी पर,और हाहाकार हो गया!जिसने छुपाये आंसू वो,कलाकार हो गया!!कब तक बरसोगे तुम,इसी तरह आसमान में!बादल तेरी वजह से,ये खेत बर्बाद हो गया!!~मोHit Iyer

पैरो को छू लेती है समंदर की लहेरे, वो कभी बता के नहीं आती।दो आंसू गिर जाते है उसकी याद मे,फिर भी रोने की आवाज नहीं आती।।~मोHit Iyer

खोकर खुद का वजूद मुझे संभाला हैं,मुझें इस खूबसूरत सांचे में ढाला हैं!मेरा किरदार रहा है मेरे पापा जैसा,कांटो की राहों पर फूलों से पाला हैं!!~मोHit Iyer

मेरे लफ़्ज़ों पे मेरा ज़ोर नहीं,कुछ इस क़दर मेरी पहचान है !समझने वाले तो मुझे समझ गये,जो नहीं समझे वो अब तक हैरान हैं !!~मोhit Iyer

वो मंज़र ही क्या जो फ़ीका न हो,बस मंज़िल साफ दिखनी चाहिए !मुश्किलें तो आती ही रहेंगी ज़िन्दगी में,बस वो सलीक़े से गुज़र जानी चाहिए !!~मोhit Iyer

ग़र दर्द हो रहा है, तो फिर उसे पुकार ले।नए दर्द से अपने पुराने दर्द को संवार ले।।बना ले नासूर इस क़दर अपने दर्द को 'मोहित'!की दर्द के मारे सभी तुझसे कुछ दर्द उधार ले।।~मोhit Iyer

जो हैं उसको दिखाने की जरूरत क्या हैं?अपनी पहचान बताने की जरूरत क्या है?आपका क़िरदार दिखा देगा आपकी शख्सियत!ढोलक पीटकर हल्ला करने की जरूरत क्या है?~मोhit

मैं ठहरा Maths का विद्यार्थी,वो History की छात्रा थी,मैं खुद में Maths की किताब सा था,वो चलती-फिरती ज्ञान का पिटारा थी।।मैं कोई unsolved equations सा था,वो अज्ञात महाद्वीप का किनारा थी,ये मेल iota की ...Read more »

पिताजी के गुज़र जाने के बाद कि हुई मेरी अपनी रचना - मेरी अंतर्मन की पीड़ामेरी अंतर्मन की पीड़ा का,तुम्हें ज़रा भी एहसास नहीं।बहुत करीब होकर भी,अब तुम मेरे पास नहीं।।आपके साथ बिताया हर वक़्त, हर लम्हा,...Read more »

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