2020

हाँ मुझे सम्भलने में थोड़ा वक़्त लगा,माहौल में ढलने में थोड़ा वक़्त लगा।कोशिश, अच्छी की उसने जलाने की,मगर मुझे, जलने में थोड़ा वक़्त लगा।कागज़ की नाव में सवार मेरी ख्वाहिशें,नाव को गलने में थोड़ा वक़्त लगा।ऐस...Read more »

अगर चाँद  से गुफ़्तगू करने बैठे,तो तारे बाते बनाने लगेंगे।ये जो लोग साथ चल रहे हैं,यहीं कल हमको समझने लगेंगे।।जब अंधेरों से जी भर जायेगा मेरा,तो उजाले&...Read more »

कभी न मिलीमैंने उम्र तो पाई मगर वो जिंदगी कभी न मिली,शमा तो ख़ूब जलाया मगर रौशनी कभी न मिली।चाह में जिस नजर की हम रहे उम्र भर तन्हा,वो नज़र इस नजर से मगर कभी न मिली।।सिर्फ़ इक घड़ी ही सही जो देती सुकूँ ...Read more »

साँसे टूटकर बिखरने लगी हैंज़िन्दगी अब अखरने लगी हैं,साँसे टूटकर बिखरने लगी हैं,घरों से भीड़ निकलने लगी हैं।हर तरफ़ मेरे चर्चे हो रहें हैं,ज़िन्दगी सस्ती मौत पर खर्चे हो रहें हैं।अरसो बाद मेरी देह को चीर म...Read more »

मैं गीत लिखूँगा बादल पे, मीत तुम्हारी यादों में...बरसेगा तुम पर प्यार मेरा, सावन की इन बरसातों में,जो तुम न निकली कमरे से, तो खिड़की पर जा बैठेंगे।बूंद बूंद कर भर जायेगा, मेरा प्यार तुम्हारे हाथों में,...Read more »

क्या आप जानते हैं कि "पुण्य और पाप क्या हैं"? हम सभी ये बात से वाकिफ़ हैं कि, दूसरों को दुःख पहुचना पाप हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि फिर आखिर पुण्य क्या हैं और इसे किस प्रकार कमाया जा ...Read more »

लॉकडाउन हालात यूं ही बिगड़ते रहे और लोग निराश हो गए।किसी ने तो संभाल लिया खुद को तो कुछ हताश हो गए।किसी ने कुछ पाया तो किसी ने बहुत कुछ खो दिया,यहां गरिबों के भूखे बच्चे हार मान कर उदास हो गए।।~मोHit ...Read more »

सूरज की तपिश सेमैं ना डरूंगा,मैं मंज़िल मेरी! मुकम्मल करूँगा।.ख्वाबों को अपने मैंपूरा करूँगा,मैं मंज़िल मेरी! मुकम्मल करूँगा।.हर क्षण हर दिन मैंश्रम करूँगा,मैं मंज़िल मेरी! मुकम्मल करूँगा।.विफ़ल हुआ तो फि...Read more »

उन्हें हमारे घर आए कई रोज हो गए,किस्से सूने और सुनाए कई रोज़ हो गए।वो रूबरू हुए थे जमाना गुज़र गया,हमको भी मुस्कुराए कई रोज़ हो गए।।किस बात की तकरार थी जाने क्या बात थी,तुमको भी मुह फुलाए कई रोज़ हो गए।को...Read more »

स्त्री चाहती है कि पुरुष उनके प्रति सोच को विकसित करें और उनकी सोच का दायरा सम्पूर्ण रूप से वैसा हो जैसा वो चाहती है परंतु अपनी सोच विकसित ना करके वो पुरुष को पुरानी रूढ़वादी सोच जैसा प्रदर्शित करती ह...Read more »

पुरुष के लिए सफलता कोई विकल्प नही है।यह उसके लिए जीवन और मरण का सवाल है।सफलता में भी सरकारी मुहर को ही मान्यता है।बिना सफलता प्राप्त किये पुरुष को पुरुष नहीं माना जाता। स्वयं एक स्त्री भी उसे स्वीकार ...Read more »

जीवन की महाभारत में एक केबाद एक लक्ष्य साधते हुएअर्जुन समझ रहा था मैं खुद को‌सोचा बस अब तो श्री कृष्ण सेज्ञान पाना बाकी हैएका एक याद आयानिहत्था अभिमन्यु हूं मैं तोऔर अभी तो मेराचक्रव्यूह में फंसना बाक...Read more »

हाँ, मैंने देखा हैंहाँ, मैंने देखा हैं.....दिन को रात होते देखा हैं,ख़ुद को अनाथ होते देखा हैं।आगामी वक़्त की फ़िक्र में,मैंने कल को आज होते देखा हैं।।हाँ, मैंने देखा हैं.....इंसानों को जल कर राख़ होते दे...Read more »

एक स्त्री चाहिएजिसके समक्षमैं सिर्फ तन से नहींमन से भी नग्न हो सकूँउतार फेंकूँ सारे मुखौटेभूला सकूँ पुरुष होने का दम्भरो सकूँ जार जारजिसे कह सकूँपुरुष हूँ मगरपीड़ा अनुभव करता हूँचाहता हूँ बिल्कुल माँ क...Read more »

तज़ुर्बाकोई आये या जाए, कोई  बात  नही,तज़ुर्बा है, ये कोई आम बात नही।फ़कत ग़रीबी से  ही  आता  है  तज़ुर्बा,गरीबी में रहना किसी के बस की बात नही।।जहां में हर एक  बन्दा खुद...Read more »

समय का चक्र तो चलता ही रहेगासमय का चक्र तो चलता ही रहेगा,वक़्त तो यूँ बदलता ही रहेगा।कभी खुशी तो कभी ग़म रहेगा ,ये सब तो यूँ चलता ही रहेगा।।मिलना-बिछड़ना तो लगा ही रहेगा,सदा हस्ते रहो अच्छा रहेगा।भाग्य त...Read more »

अब यूँ फिर कभी मुलाकात न होगीशायद, अब यूँ फिर कभी मुलाकात न होगी,सोचा न था कभी कि फिर बात न होगी।तेरा मुस्कुराना और घबराके दांतों से लबो का दबाना,याद है मुझे सब लेकिन अब फिर वो रात न होगी।।माना दुविधा...Read more »

मैं अपने ही अंदर धीरे-धीरे मार रहा हूँबुझे हुए दिए मैं जला रहा हूँ,अपने ही ख़्वाबों से ख़ौफ़ खा रहा हूँ।बादलो ने रोका है रास्ता रोशनी का शायद,इसीलिए मैं अँधेरों से दोस्ती निभा रहा हूँ।।प्यास है दो बूंद ह...Read more »

मुझे अच्छा तो नही लगतासबकुछ तू छोड़ के आ जाये, ऐसा मुझे तो नही लगता।मैं तुझे अच्छा तो लगता हूँ, मगर इश्क़ हो इतना तो नही लगता।।तुझे यूँही कोई भी अच्छा लगे,मुझे अच्छा तो नही लगता।तेरा चुना अच्छा न जाने क...Read more »

यदि प्रेम न होता तो कैसा होतान मिलतीं समन्दर को पागल सी नदियाँऔर न ही ये चाँद इतना दमकतान ही ये बादल मटक कर यूँ आतेतय करते मीलों का सफ़रधरा को प्रेम रस में भिगोने को ये हवायें डाकिया न होती ...Read more »

अगर आप सीधे हैं दिल से साफ हैंआप प्यार देना जानते हैंतो यकीन मानिए आपकी मोहब्बतहर कोई पाना चाहेगा पर कोईइसकी कदर नहीं करेगावो आपको अपने पासरखेगा जरूर पर हमेशाएक सुरक्षित अंतिम विकल्प के तौर पर, आ...Read more »

मेरी जिंदगी मे तुम्हारा होना एक फेज थाजो गुजर गया और तुम्हारे ये न होने वालाजो मेरी जिंदगी का फेज है बहुत कठिन हैमतलब कट ही नहीं रहा लेकिन वक्त हैवो दौर भी बीत गया जब तुम साथ थीतो ये दौर भी बीत जाएगा ...Read more »

गुजरते वक़्त का हवाला दिया न करो।मुझें तुम झूठा दिलासा दिया न करो।।किया जो भी मैंने बड़े ईमान से किया।बदले में तुम मुझें धोखा दिया न करो।।मिलने आओ तो अपनी खुशी से आना।वस्ल में फ़रेब की खुशबु दिया न करो।।...Read more »

हर दर्द जिसका मुझे मंजूर था,वो शख्स मुझसे कोसों दूर था।डूब चुका था मैं उसके चाह में,पर वो तो किसी और के ही नशे में चूर था।।हर जगह, हर पल इंतज़ार किया उसका,पर वो तो किसी और के ही बाहों में मसरूफ़ था।ढूंढ...Read more »

फ़िर वही शाम आंखों के सामने,तारों से सजी बारात लिये।इक चांद भी चरखे कि तरह,बेगाने रथ में जैसे है लगे,वो धुंधली सी किरणे,मेरी परछाई के दिखते हैं,मैं ढूंढ रहा हुुँ खुद को,इस अंधेरे से रस्ते में,फ़िर वही...Read more »

आज दिल मे है, कल नज़र से उतर जायेंगे,आज जी रहे है, कल दुनियां से निकल जायेंगे।सच तो बताना जरूरी है, कलम की नोंक से,यूँ दब कर रहेंगे 'मोहित', तो घुटन से मर जाएंगे।।✍🏻✍🏻~मोHit_Iyer

सब हो जाएगा सही, पर आज हो, ये ज़रूरी तो नहींसब हो जाएगा सही,पर आज हो, ये ज़रूरी तो नहीं।चिड़ियों की वो चहचहाहट,काले बादलों कि गड़गड़ाहट,मोर का वो पंख फैलाकर नाचना,होगा सब फिर से वही,पर आज हो, ये ज़रूर...Read more »

क्या उम्र भर रखूँ उसे, जो रात भर नहीं रहा।वो सर-ब-सर नहीं रहा,मेरा जीवन बसर नहीं रहा।वो भी तो ज़िंदा है अभी,मैं भी तो मर नहीं रहा।।सबको तो मरना ही है एक दिन, कोई भी अमर नहीं रहा।।ये भी सच है की मै...Read more »

कभी मैंने पूछा नही, आज मगर बता दो न माँकभी मैंने पूछा नही, आज मगर बता दो न माँ,अपने सपनों को खुल-कर जता दो न माँ,छोड़ो कल और आज की फ़िक्र,ग़म सारे अपने आज हटा दो न माँ।।कभी मैंने पूछा नही, आज मगर बता दो ...Read more »

क्यों मैं हरपल रोता ही रहा हूँ।।बुझ गए सारे दियें, अब हो गया अंधेरा, साथी न दोस्त, अब कोई नही है मेरा, आख़िर किसके लिए मैं जीता ही रहा हूँ, क्यों मैं सब-कुछ खोता ही रहा हूँ,क्यों मैं हरपल रोता ही रहा ह...Read more »

खुलने न दी मंदिर-मस्ज़िद,बंद पड़ा हैं पाठशाला।सरकारों को खूब भा रही,धन बरसाती मधुशाला।।सोशल-डिस्टनसिंग की रेड़ मर चुकी,लॉकडाउन को पूरा धो डाला।शराबियों के व्याकुल हृदय पर,रस बरसाती मधुशाला।।नही मिल रहा र...Read more »

Shayari on Drunkard'sरख लेंगें 2-4 बोतल कफ़न में,खुद तो मरेंगे ही दूसरों को भी मारेंगे।जब माँगेगा खुदा हिसाब गुनाहों का,एक पेग उसको भी लगवा देंगे।।#बेवड़े_भारत_की_शान~मोHit Iyer✍🏻✍🏻

मुझसे नहीं कटती अबये उदास रातें!!बेखुदी मे कल सूरज से कहूँगा,मुझे साथ लेकर डूबे...~मोhit

ये फिजाओ में केसा सन्नाटा पसर गया।इश्क़ का जो भुत था, शायद उतर गया।।4 दिन साथ रहा वो मेरे भी हमदर्द की तरह। फिर वो अपने घर गया, मैं अपने घर गया।।~मोHit Iyer

Maut Sad Shayari in Hindiए ज़िंदगी दर्द थोडे कम दिया कर,लगता है कभी मौत ही दस्तक दे जाएगी।या फ़िर सीख कुछ मौत से,एक दर्द में तुझे मुझसे ही छीन ले जाएगी।।~मोhit

तुम निगाहें मेरे कपड़ों के भीतर डालो, उससे पहले सुनना, वहां भीतर एक दिल धड़कता है।जिसे हवस नहीं, बस इश्क़ की तिश्नगी है।~मोHit Iyer

आज वही खाली इंतजार है तुम्हारावो काश वाला इंतजारजो कभी पूरा नही हो पाताबस छोड़ जाता है तो ढेर सारा दर्द और सन्नाटाकहने को तो बहुत कुछ हैलेकिन अब कहेंगे नहींऔर जब तक तुमको हमारी खामोशी महसूस होगीतब तक ...Read more »

वक़्त कब ले करवट ये कौन जानता हैं?खामोशी का पहनकर नक़ाब आये कोई कौन जानता है?यूँ ही किसी पे भरोसा न किया करो मेरे दोस्त 'मोहित'!किस-किस के आस्तीन में छुपे हो नाग कौन जानता हैं?~मोHit Iyer

चंद बूंदे गिरी ज़मी पर,और हाहाकार हो गया!जिसने छुपाये आंसू वो,कलाकार हो गया!!कब तक बरसोगे तुम,इसी तरह आसमान में!बादल तेरी वजह से,ये खेत बर्बाद हो गया!!~मोHit Iyer

पैरो को छू लेती है समंदर की लहेरे, वो कभी बता के नहीं आती।दो आंसू गिर जाते है उसकी याद मे,फिर भी रोने की आवाज नहीं आती।।~मोHit Iyer

खोकर खुद का वजूद मुझे संभाला हैं,मुझें इस खूबसूरत सांचे में ढाला हैं!मेरा किरदार रहा है मेरे पापा जैसा,कांटो की राहों पर फूलों से पाला हैं!!~मोHit Iyer

मेरे लफ़्ज़ों पे मेरा ज़ोर नहीं,कुछ इस क़दर मेरी पहचान है !समझने वाले तो मुझे समझ गये,जो नहीं समझे वो अब तक हैरान हैं !!~मोhit Iyer

वो मंज़र ही क्या जो फ़ीका न हो,बस मंज़िल साफ दिखनी चाहिए !मुश्किलें तो आती ही रहेंगी ज़िन्दगी में,बस वो सलीक़े से गुज़र जानी चाहिए !!~मोhit Iyer

ग़र दर्द हो रहा है, तो फिर उसे पुकार ले।नए दर्द से अपने पुराने दर्द को संवार ले।।बना ले नासूर इस क़दर अपने दर्द को 'मोहित'!की दर्द के मारे सभी तुझसे कुछ दर्द उधार ले।।~मोhit Iyer

जो हैं उसको दिखाने की जरूरत क्या हैं?अपनी पहचान बताने की जरूरत क्या है?आपका क़िरदार दिखा देगा आपकी शख्सियत!ढोलक पीटकर हल्ला करने की जरूरत क्या है?~मोhit

मैं ठहरा Maths का विद्यार्थी,वो History की छात्रा थी,मैं खुद में Maths की किताब सा था,वो चलती-फिरती ज्ञान का पिटारा थी।।मैं कोई unsolved equations सा था,वो अज्ञात महाद्वीप का किनारा थी,ये मेल iota की ...Read more »

पिताजी के गुज़र जाने के बाद कि हुई मेरी अपनी रचना - मेरी अंतर्मन की पीड़ामेरी अंतर्मन की पीड़ा का,तुम्हें ज़रा भी एहसास नहीं।बहुत करीब होकर भी,अब तुम मेरे पास नहीं।।आपके साथ बिताया हर वक़्त, हर लम्हा,...Read more »

अब बहुत हो चुकी अच्छाई,अब खूबियां मैं अपनी दिखाऊंगा।फिर लौटूंगा एक नए आदाज़ में,सब देखेंगे मुझको, एक नया जहान बनाऊंगा।।~puनीत पाthak

मै करता था प्यार उसको,लेकिन उसे ये बता ना पाया..वो अती थी मेरे सामने रोज,लेकिन यह प्यार जता ना पाया..वो जाती थी मेरे सामने रोज,लेकिन उसे कभी सुना ना पाया..आया एक दिन शादी का कार्डमेरे घर पर लेकिन,ना क...Read more »

बीते हुए वक़्तों ने पैरों के निशा छोड़े हैं क्या?आने वाले वक़्तों से तूने ख़्वाब जोड़े हैं क्या?क्यों फ़िक्र में हैं तू , आज और कल की!घर बनाने वाले हाथों ने दिल तोड़े है क्या?~मोhit✍️✍️

ये सियासत हैं कोईघर का आंगन नहीं हैये मैदान हैं युद्ध का,मां का आँचल नहीं हैंकैसे महफूज़ रहेगाकोई नादां इस दलदल मेंये छलावा है क़ुदरत का,बारीश का बादल नहीं हैंबड़ी खूबसूरत दिखाई देती हैदूर से ये दुनियां...Read more »

इतना वक्त नही अब, की दुनिया की खोज-खबर रखूं।किस-किस से मिलू जाकर, किस-किस की खबर रखूं।।जो भूल गये मुझको, उन्हें मैंने भी भूलाया है।क्यों भूल गए, क्या बात हुई, क्यों मैं इन सबकी खबर रखूं।।हर दूसरा शक़्स...Read more »

लोगो मनसूबे बदल जाते हैं, उनके अल्फ़ाज़ तक बदल जाते है,ये कलयुग है जनाब यहाँ इक पल में,लोगो के जज्बात के साथ-साथ लोग तक बदल जाते है।।~मोhitTags :#apnishayari #akelapan #sadshayaris #meribaate ...Read more »

जब-जब तुम दुनिया से अलग रहें, मानो तुम गलत रहें,इन शब्दों को गलत लिखकर, मैं सबकी हथेली में छाप दूंगा।इन नाकामियों से कहो अपनी हद में रहे, मैं शायर हूँ अपनी कलम से एक-एक को माप दूंगा।।✍✍~मोhitTags...Read more »

रास्ते जो भी चमक-दार नज़र आतें हैं,सब दिखावें के तारे नज़र आते हैं।कोई पागल ही मुझे मोहब्बत से नवाज़ेगा,आप तो ख़ैर मुझे समझदार नज़र आतें हैं।।हाँ! ज़ख़्म भरने लगे हैं पिछली मुलाक़ातों के,शायद फिर मुला...Read more »

काम अधूरा पड़ा है ख़्वाबों का आज फिर नींद ग़ैर-हाज़िर है।लाज रख ली तेरी यादों ने,वरना 'मोहित' भी कोई शायर है।।~मोhitTags : #poet #poetry #writer #poetrycommunity #poems #writing #writer...Read more »

बहुत पहुँचा हुआ मुसाफ़िर मैं भी हूँ,दिल भटकने में माहिर मैं भी हूँ।कौन-कौन करेगा 'मोहित' इश्क़ से मुझको,ग़र तू काफ़िर है तो ढीट मैं भी हूँ।।~मोhit✍✍

ख़ुद से भी खुलकर नही मिलता 'मोहित',तुम क्या ख़ाक जानते हो हमें।।बातें तो बड़ी अच्छी करते हो,बस इतना ही पहचानते हो हमें।।~मोhit

अभी तो बस याद आए हो,बाद में तुम्हारी आस लगेगी।न मिला तो दिल रोएगा,क्या मुझको रोने की छूट मिलेगी?आज तो पत्थर बाँध लिया है,लेकिन कल फिर भूक लगेगी।एक दिन ऐसे भूलूँगा दुनिया को,की दुनिया मुझ को याद करेगी।...Read more »

भुलूँगा नही तुमको कभी, महफ़ूज़ है अंदर सारी यादें तुम्हारी,तुम मुझे भूल गयी तो क्या, मुझे तो याद है न सारी बातें तुम्हारी।।✍✍~मोhit

तुम क्या जनों..जब दिल उदास होता हैं,दर्द कुछ खास होता हैं,हर सोच,हर याद,हर बात,हर पल,बड़ा बे-आस होता हैं,बस एक आवाज़ सी होती हैं,वो भी बे-साज़ सी होती हैं,न कोई अपना-सा लगता हैं,सब एक सपना-सा लगता हैं,ये...Read more »

आज भी घाट किनारे वोही पहरा रहा,मैं कितनी सदियों बाद आया मगर प्यासा ही रहा।किसको फुरसत थी कि एक पल मेरी भी तरफ़ देखे कोई,मैं जहाँ भी था, जैसे भी था, तन्हा रहा।।✍✍~मोhitNew collection of Poetry about Lon...Read more »

एक जंगल सा है, जिसका रास्ता नही मिलता हैं,वक़्त हैं, अभी से घर लौट चलो अभी उजाला हैं।रोज़ कहीं ठहर सा गया हूँ मैं,की हाथों में दिया तो हैं मगर अंधेरा हैं।।✍✍~मोhit

निगाहें मेरी मुंतज़िर हैं, वो पूछती हैं जुस्तुज़ू क्या हैं, हक़ीक़त ये हैं कि मुझे भी नही मालूम कि मेरी आरज़ू क्या हैं। बदलतीं जा रही हैं करवटों पे करवटे दुनिया, तज़ुर्बे पूछती हैं मुझसे की मेरी आयु ...Read more »

दिल दुःखा हैं और दर्द हुआ हैं मुझे भी,मगर आह! तक नही करते,जिनके लिए शायरी करते है, वो देखते तो हैं,मगर वाह! तक नही करते।।✍✍~मोhit

देखो न ज़िन्दगी मेरी कितनी सिमट गई,भागते थे जिसके पीछे बच्चों की तरह,और वो पतंग की तरह कट गई।जिस जगह हम रखें थे उसको,उस जगह से वो हट गई,और एक रोज़ वो रोना चाहती थी,आके वो फिर मुझसे लिपट गई।।✍✍~मोhit

मैंने खुद अकेले रहने की सज़ा कुबूल की हैं,ये मेरा प्यार हैं या मैंने कोई भूल की हैं।ख़्याल आया है तो रास्ता भी बदल लेंगे,अभी तलक़ तो मैंने अपनी बहुत ज़िंदगी फ़िज़ूल की हैं।।ख़ुदा करे कि मैं ज़मी का ही हो जाऊं...Read more »

सफ़र क्या, क्या मंज़िल की अब कुछ याद नही,लोग रुख़सत हुए कब कुछ याद नही।दिल में हर वक़्त होती हैं कुछ चुंबन,थी मुझे भी किसी की तलब कुछ याद नही।।वो चाँद थी, या सितारा या कोई फूल,या एक सूरत थी अज़ब कुछ याद नह...Read more »

हर वक़्त माँग में रहने के लिए,कुछ तो हुनर जरूरी हैं जीने के लिए।मैंने कई देखें हैं जो मर्द की तरह रहते थे,अब कठपुतली बन गए दरबार मे रहने के लिए।।ऐसी मजबूरी तो नही है, की पैदल चालु मैं,ख़ुद को गर्माता हू...Read more »

जमाना उच्चे लोगो का ही साथ देखता हैं,ज़मी पे बैठकर ही आसमाँ देखता हैं।भागोगे जितना उतना गिरने की संभावनाएं होंगी,संभलकर चलो तुमको सारा जहान देखता हैं।।~मोhit

कहें भी तो कहें किसको, की हमारा खो गया क्या?किसी को क्या की हमको, ये हो गया क्या?खुली आँखों से अब नज़र आता नही कुछ,सबसे पूछता फिरता हूँ, कि वो गया क्या?देखो देखो, राहो की उदासी कुछ कह रही है,रास्ते मे ...Read more »

हर दिन की तरह वो दिन भी निकल ही जायेगा,सबको देर ही सही पर मेरी मौत का पैगाम मिल ही जायेगा।थक जायेंगी धड़कने मेरी भी चलते-चलते,रूकेंगी साँसे तो शायद मुझे भी आराम मिल ही जायेगा।।~मोhit✍🏻✍🏻

ख़बर सुनकर मेरी मौत की, लोग बोलें मत जलाओ इसे शमसान में,बहुत सी ख़ामियाँ और कुछ ख़ूबियाँ थी इस इंसान में।।~मोhit✍🏻✍🏻

मुझपर भी है हज़ारो इल्ज़ाम, मुझसे दूर रहो,तुम हो जाओगे मेरी ही तरह बदनाम, मुझसे दूर रहो।तुम ऊगता सूरज, तुम ही तो आने वाला कल हो,मैं हूँ एक ढलता हुआ शाम, मुझसे दूर रहो।।सब ही जानते है अभिनेताओं का नाम,ढू...Read more »

पलट कर आऊँगा मैं शाखों पर खुशबू लेकर,खिजाँ की ज़द में हूँ,मौसम थोड़ा बदलने तो दो।वही रुतबा फिर से वही जलाल होगा,अभी वक़्त बुरा है, इसे ज़रा गुज़रने तो दो।।~मोhit

कहने की कोई ज़रूरत नहीं तुम्हे,'मोहित' ख़्वामोशियो को बखूबी पढ़ता हैं।ये इश्क़, मोहब्बत की बाते,इशारों इशारों में करता हैं।।~मोhit

सरहाना करता हूँ मैं, आपके जज़्बे का,पूरा ज़माना ख़रीदना, ये बात किसी से कम नहीं...पर आप बात कर रही है पूरे ज़माने की, पर अफ़सोस ये की उस ज़माने से हम नहीं...~मोhit

ये मक़सद नहीं मेरा की एक शहर को अपना बनाऊँ, चाहत तो बस इतनी सी है,कि ख़रीदने ग़र मक़ान जाऊँ, तो पूरा ज़माना ही ख़रीद लाऊँ !!~मोhit

ज़माने में रहकर ,ज़माने की बात करता हुँ,ख्वाबों में नहीं रहता,हक़ की बात करता हुँ।ज़माने की इन रस्मों से परे है क़िरदार मेरा,मैं मुश्किल सफ़र में हंसी की बात करता हूँ।।~मोhit

रास्तों को नई मंज़िलों से मिलाया है मैंने,ज़िंदगी के उल्फतो को अज्जियत से मिलाया है मैंने।पतवार को डुबाकर, नाव को चलाया हैं मैंने,इस किनारे को उस किनारे से मिलाया है मैंने।।अंधेर नगरी को रौशनी से जलाया ...Read more »

तेरी गली का सफर,याद है मुझे आज भी,मैं कोई वैज्ञानिक तो नहीं था,पर मेरी ये खोज लाजवाब थी।~मोhitTags :#lovequotesandsayings #lovequotes #love #loveyourself #poetry #loveyou #life #quoteoftheday #co...Read more »

दिन तो कट जाता है शहर की रौनक में....तुम बहुत याद आती हो शाम ढल जाने के बाद....~मोhitTags :#love #shayarilover #loveshayari #shayaris #shayar #twolineshayari #linespoetry #shayrilover #sadshayri ...Read more »

एक शहर को अपना बनाऊँ, ये मक़सद नहीं...चाहत तो बस इतनी सी है !!कि ख़रीदने ग़र मक़ान जाऊँ,तो पूरा ज़माना ही ख़रीद लाऊँ !!~मोhitTags :#desire #love #passion #motivation #life #success #mindset #goal...Read more »

फूलों सा बदन और पत्थर सा दिल रखती हैं,होठों पर मुस्कान और निगाहों में खंज़र रखती हैं।।बचकर रहना 'मोहित',बड़ी क़ातिल अदा है उसकी,बुलाती है क़रीब और गले पर तलवार रखती हैं।।~मोhitTags :#apnishayari ...Read more »

ना करो चाह , इश्क़-ए-हक़ीक़ की ज़माने का ये दस्तुर बदल गया हैं।मिलेगी इश्क़-ए-मिज़ाजी तुम्हें आशिक़ों का मिज़ाज बदल गया हैं।।~मोhit

डूब कर बाहर निकल जाऊंऐसी दिल्लगी मैं नहीं करतानिकल जाए चाहे जान भीपर अपने क़दम पीछे नहीं करता~मोhit

आंसू की बूंद ठहर गई आंखों मेंमैं सारी रात जागा हुँ तेरी यादों में~मोhitTags :#love #shayarilover #loveshayari #shayaris #shayar #twolineshayari #linespoetry #shayrilover #sadshayri #poetryadda #l...Read more »

कसूर उनका नहीं.,जो मुझसे दूरियाँ बना लेते हैं..!रिवाज हैं जमाने में..,पढ़ी हुई किताबें ना पढ़ने की..!#मोhit

मैं ग़ज़ल हूँ, गीत कैसे बनूँ?जो तुम्हें चाहिये, वो मीत कैसे बनूँ?ठहरी हुई हैं एक खामोशी मेरे मन मे!तेरे जीवन का संगीत कैसे बनूँ?तुम सावन हो, मैं जून का ताप हूँ,तुम जीवन हो, मैं बस संताप हूँ,मैं स्वयं हा...Read more »

तेरे होने से डरता नही हूँ,तेरे न होने से डर लगता हैं।तेरी ममता ही कुछ ऐसी है "माँ",की हर इंसान तेरे बिना रह ही नही सकता हैं।।~मोhit

मोहब्बत तो करूँगा, पर बयां नहीं करूंगा,अब किसी से मोहब्बत की बात नहीं करूंगा।।बेवज़ह लोग ग़लत समझ लेते हैं मुझे,अब दिल, दर्द और इश्क़ की बात नहीं करूंगा।।~मोhit✍✍

यादें है कुछ तुम्हारी, जो मेरी शायरियों में क़ैद हैं,वरना अपने दिल और दिमाग से कबका हटा दी मैंने, कसम से।।~मोhit

यहाँ हर एक दिल व्यथित हैं,यहाँ सबकी अपनी एक कहानी हैं।यहाँ हर कोई श्याम हैं,यहाँ हर मीरा दीवानी हैं।।इस अज़ब-गज़ब सी दुनियां में,मीरा का नटवर नागर है,नागर की राधा रानी है।।यहाँ हर एक दिल व्यथित हैं,यहाँ...Read more »

खेल जिंदगी के सारे देख सकू, ऐसी एक निगाह दे,भटक रहा हु दर-ब-दर, ए खुदा अब एक पनाह दे..!!#मोhit

मेरी ज़िन्दगी कुछ नही अब, एक सवाल बन गयी,उतारा क़लम से मैंने जब कागज़ में तो, एक किताब बन गयी।समझना तो चाहा कइयों ने मगर समझ न आई,मुदातो बाद फिर पढ़ा तो, कइयों का ज़वाब बन गयी।।~मोhit

●●● कोरोना ●●● शहर और उसकी गलियों में, ख़ामोशी का मातम छाया है; हर शख्स अपना होकर भी, आज न जाने क्यों पराया है..!! नन्हा सा वायरस जो चीन के, वुहान शहर से आया है; पूरी धरती पे उसने, न जाने कि...Read more »

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